सोहर के क्रम मे अब यहाँ सामान्य परिवार की भोजपुरिया पत्नी के पति के प्रति अनुरक्ति भाव के
प्रतीक एक भोजपुरी गीत का नमूना देखिए
"मड़ुआ के रोटीया, रहरिया के दलिया,चटनीया बिनाना,
सॅइया मुहवो ना जुठारे लें, चटनीया बिना ना,
जो हम जनतीं सैंया,मुॅहवो ना जुठरिंहें,चटनीया बिना ना,
किनतीं अमचूर पोदीनवा,बजरिया जाइके ना।
चटनी बनाई हम पिया के रिझइतीं;
चटनी सहित फेरु थरिया सजइतीं।
सोझा बिठाई अपनी पिया के खिंअइती ;
भरी पेटखॅइतदेखि जियरा जुड़इतीं,चटनीया संगें ना।
बलमा खुशी खुशी खइंत चटनीया संगें ना।.